Saturday, May 29, 2010

सच छुपाने की कोशिश

नीरा राडिया के संचार मंत्री ए. राजा से संबंधों की जांच के दस्तावेजों से एक बड़ा खुलासा मीडिया के कई नामचीन लोगों के बारे में हुआ है। खबरें बनाने वाली मीडिया का अपराध ए. राजा और नीरा राडिया के कारनामों के नीचे कहीं दबता जा रहा है। या यंू कहें की उसे दबाया जा रहा है। स्पेक्ट्रम विवाद में मीडिया के कुछ खास लोग चर्चा में हैं-एनडीटीवी की ग्रुप एडीटर बरखा दत्त, हिंदुस्तान टाइम्स के संपादकीय डायरेक्टर वीर सांघवी, नईदुनिया के मालिक अभय छजलानी, चैनल न्यूज एक्स और इसके प्रमुख जहांगीर पोचा। दस्तावेजों में इस बात का जिक्र है कि वीर सांघवी और बरखा दत्त नीरा राडिया के कहने पर ही ए. राजा को मंत्री बनाए जाने के लिए पैरोकारी कर रहे थे। गत 28 अप्रैल को पायनियर अखबार ने स्पेक्ट्रम घोटाले की खबर छापी थी। इसके एक दिन बाद मुंबई की अखबार ‘मिड डे’ और ‘द हिंदू’ ने अपने वेबसाइट पर भी यह खबर छापी। मिड डे ने भी इन पत्रकारों के नामों का खुलासा नहीं किया। ‘द हिंदू’ ने सभी दस्तावेज वेबसाइट पर डाल दिए, लेकिन शाम होते-होते अखबार के संपादक की तरफ से एक नोटिस जारी किया गया कि इन दस्तावेज की प्रमाणिकता नहीं है। लिहाजा हम इस रिपोर्ट को वापस लेते हैं। ‘द हिंदू’ के प्रधान संपादक एन. राम क्या अपने पाठकों को यह बताएंगे कि उस दस्तावेज की प्रमाणिकता की जरूरत उन्हें इतनी देर से क्यों महसूस हुई? जबकि ये दस्तावेज देखकर ही उन्होंने खबर की मंजूरी दी होगी। जयललिता ने भी इन दस्तावेजों को पत्रकारों में बंटवाया। यह जानना जरूरी है कि ‘एनडीटीवी’ के मालिक प्रणय राय और ‘द हिंदू’ साथ मिलकर चेन्नई में स्थानीय टीवी चैनल चलाते हैं। लिहाजा ‘द हिंदू’ बरखा दत्त और वीर सांघवी का नाम छापने से बचना चाहता था।‘टीवी टुडे’ समूह का अंग्रेजी चैनल ‘हेडलाइनस टुडे’ ने नीरा राडिया और ए. राजा के बातचीत का एक छोटा-सा हिस्सा दिखाया। हालांकि इस चैनल के हरेंद्र बवेजा और आशीष खेतान का दावा है कि उनके पास बातचीत की पूरी टेप मौजूद है, लेकिन जो दर्शकों को दिखाया जा रहा है, वह नीरा राडिया और ए. राजा के बातचीत का एक छोटा-सा हिस्सा है। इन खोजी पत्रकारों से एक सीधा सवाल यह है कि क्या इस घोटाले में अनिल अंबानी और सुनील भारती मित्तल शामिल नहीं हैं? वैसे दस्तावेजों में नीरा राडिया के जहांगीर पोचा और अभय छजलानी से संबंधों का भी जिक्र आया है। एक जगह यह भी लिखा हुआ है कि नीरा राडिया की कंपनी से चैनल और अखबार के पत्रकारों को बहुत सारी सुविधाएं दी जाती रही है। सीबीआई इसकी जांच कर रही है कि वे पत्रकार कौन हैं?